केन्द्रीय MSME राज्य मंत्री, सुश्री शोभा करंदलाजे ने हाल ही में PM विश्वकर्मा योजना के महत्वपूर्ण आँकड़े संसद में साझा किए हैं। ये योजना कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है!
हिमाचल प्रदेश में अब तक 1,83,245 कारीगरों का चयन हुआ है।
पूरे देश में अब तक 2.72 करोड़ से ज़्यादा कारीगरों को प्रशिक्षित किया जा चुका है! 💪
इस योजना में 18 पारंपरिक ट्रेडों में ट्रेनिंग दी जाती है और इसके लिए ₹13,000 करोड़ का भारी-भरकम बजट आवंटित किया गया है (वित्तीय वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक)।
एक बड़ी उपलब्धि: 30 लाख कारीगरों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य पहले ही पूरा कर लिया गया है! 🎯
यह योजना 17 सितंबर 2023 को शुरू हुई थी और यह हमारे पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक ट्रेनिंग और समर्थन देकर आत्मनिर्भर बनाने पर ज़ोर देती है।
ध्यान दें: पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु को अभी भी इस योजना के लिए राज्य और ज़िला स्तर की समितियों का गठन करना बाकी है।
यह डेटा बताता है कि यह योजना ज़मीनी स्तर पर बदलाव ला रही है!

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