उन्होंने सम्मेलन की थीम का 'इंडियाज पर्स्पेक्टिवः विकसित भारत 2047' का उल्लेख करते हुए कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य केवल आर्थिक वृद्धि तक सीमित न होकर समावेशी विकास, सामाजिक न्याय, पर्यावरण संरक्षण, तकनीकी आत्मनिर्भता और मानवीय मूल्यों का संवर्धन भी है।
श्री शुक्ल ने कहा कि देश आर्थिक रूप से मजबूत होने के साथ-साथ डिजिटल अवसंरचना, नवाचार स्टार्टअप और बुनियादी ढांचे के विस्तार में भी अग्रणी बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 का दृष्टिकोण केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि हर नागरिक के लिए सम्मान, अवसर और संतुलित विकास सुनिश्चित करना भी है। उन्होंने अर्थशास्त्रियों से उनके विचारों को समाज की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नीतियां बनाने में उपयोग करने का आहवान किया।

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