मानस- 1933, का प्रयोग कर समाज को नशामुक्त बनाकर एक। स्वस्थ समाज बनाने में निभाएं अपनी भूमिका।
हेल्पलाइन मानस 1933 में अपना नाम गुप्त रखते हुए व्यसन से ग्रसित लोगों के उपचार, ड्रग तस्करी में लिप्त लोगों की जानकारी देकर अपनी सार्थक भूमिका निभा सकते हैं।
भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। यह हेल्पलाइन 24x7 काम करती है और इसका मुख्य उद्देश्य नशीले पदार्थों की लत से जूझ रहे लोगों और उनके परिवारों को मुफ्त और गोपनीय सहायता प्रदान करना है।
जब कोई व्यक्ति 1933 पर कॉल करता है, तो उसे एक प्रशिक्षित पेशेवर से जोड़ा जाता है। यह पेशेवर कई तरीकों से मदद करता है। नशे की लत एक जटिल मानसिक और शारीरिक समस्या है। कॉल करने वाले को तुरंत मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक समर्थन दिया जाता है। काउंसलर व्यक्ति के डर, चिंता और हिचकिचाहट को समझते हैं और उन्हें लत छोड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। कई बार लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्हें कहाँ से मदद मिल सकती है। यह हेल्पलाइन उन्हें उनके आसपास के नशामुक्ति केंद्रों (Rehabilitation Centres), सरकारी अस्पतालों और मनोचिकित्सकों के बारे में सही और प्रमाणित जानकारी देती है।
हेल्पलाइन पर की गई सभी बातचीत पूरी तरह से गोपनीय रखी जाती है। इससे कॉल करने वाले को बिना किसी डर के अपनी समस्या बताने में मदद मिलती है। यह हेल्पलाइन सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि एक सामाजिक बदलाव का साधन है। यह देश के हर कोने में रहने वाले लोगों के लिए सुलभ है, चाहे वे शहर में हों या ग्रामीण क्षेत्र मे।
यह लोगों को नशीले पदार्थों के खतरों के बारे में जागरूक करती है। नशे की लत केवल एक व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार को प्रभावित करती है। यह हेल्पलाइन परिवारों को भी यह समझने में मदद करती है कि वे अपने प्रियजन की मदद कैसे कर सकते हैं। यह दर्शाता है कि सरकार इस गंभीर सामाजिक समस्या को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। हेल्पलाइन 1933 उन लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण है जो नशे के जाल में फंस चुके हैं और एक नया, स्वस्थ जीवन शुरू करना चाहते हैं। यह उन्हें सही दिशा दिखाने और आवश्यक सहायता प्रदान करने का काम करती है।
इससे सम्बन्धित अधिक जानकारी https://www.ncbmanas.gov.in/awareness पर जाकर दो भी कर। सकते हैं।
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