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ई-ग्राम स्वराज ऐप

 पंचायती राज मंत्रालय वित्तीय वर्ष 2022-23 से राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) की संशोधित केंद्र प्रायोजित योजना को लागू कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पंचायतों को प्रभावी ढंग से कार्य करने में सक्षम बनाने के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों (ईआर)पदाधिकारियों और अन्य हितधारकों को प्रशिक्षण प्रदान करके पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) को सक्षम बनाना है। केन्द्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली सहित सभी राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में इस योजना का निर्माण किया गया है।

संशोधित योजना के तहतविभिन्न श्रेणियों आधारभूत अनुकूलनरिफ्रेशर प्रशिक्षणविषयगत प्रशिक्षणविशेष प्रशिक्षणपंचायत विकास योजना प्रशिक्षण आदि के तहत समर्थित पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियोंपदाधिकारियों और अन्य हितधारकों का क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण जैसी पहल की जा रही है। विभिन्न प्रशिक्षणों के अलावायह योजना एक्सपोजर दौरेप्रशिक्षण मॉड्यूल और सामग्री के विकास आदि के लिए भी सहायता प्रदान करती है। इसके अलावायह योजना क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के लिए संस्थागत प्रणाली की स्थापना और एक ही परिसर में ग्राम पंचायत भवनकंप्यूटर और ग्राम पंचायत भवन में सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) के जैसे पंचायत इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए सीमित पैमाने पर सहायता भी प्रदान करती है। 2025-26 के दौरान योजना के तहत प्रशिक्षित प्रतिभागियों का विवरणग्राम पंचायत भवनों का निर्माण और अनुमोदित कंप्यूटरों की खरीद नीचे संलग्न है।

ई-ग्रामस्वराज एप्लिकेशन का उद्देश्य ग्राम पंचायतों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों की योजनाबजटलेखाकार्य प्रबंधन और निगरानी के लिए एक एकीकृत डिजिटल मंच प्रदान करके पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) के कामकाज में पारदर्शिताजवाबदेही और दक्षता लाना है। एप्लिकेशन का उद्देश्य पंचायत-स्तरीय वर्कफ़्लो को सुव्यवस्थित करना और साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने को मजबूत करना है।

ई-ग्रामस्वराज एप्लिकेशन पंचायतों द्वारा निष्पादित कार्यों की निगरानी में उपयोगी है। यह एप्लिकेशन कार्य की पहचानजियो-टैगिंगप्रगति रिपोर्टिंगवित्तीय ट्रैकिंग और गतिविधि-वार रिपोर्ट तैयार करने जैसी सुविधाओं के माध्यम से पंचायत कार्यों की तत्क्षण नजर रखने में सक्षम बनाता है। यह योजना और कार्यान्वयन चरणों को एकीकृत करता हैजिससे हितधारकों को विभिन्न योजनाओं के तहत किए गए कार्यों की भौतिक और वित्तीय प्रगति की निगरानी करने की अनुमति मिलती है। यह प्रणाली ई-ग्रामस्वराज डैशबोर्ड और मोबाइल इंटरफेस के माध्यम से पंचायत की जानकारी को सार्वजनिक रूप से सुलभ बनाकर पारदर्शिता की सुविधा भी प्रदान करती है।

प्रशिक्षित प्रतिभागियों के विवरणग्राम पंचायत भवनों के निर्माण और कंप्यूटरों की खरीद को मंजूरी

अनुलग्नक

पिछले वर्षों के कैरीओवर शामिल हैं

केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने 02 दिसंबर 2025 को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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