माननीय उच्चतम न्यायालय के आवारा कुत्तों के प्रबंधन और नियंत्रण से संबंधित पारित आदेशों के अनुपालन में, उपायुक्त कुल्लू ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में नगर परिषद, ग्रामीण विकास, शिक्षा , स्वास्थ्य , पशुपालन विभाग के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया। उपायुक्त ने आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी और उनसे उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर गहन चर्चा की और प्रभावी समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।
उन्होंने पशुपालन विभाग, नगर परिषद को पशु जन्म नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। नसबंदी के लिए मोबाइल टीमों के गठन और निर्धारित समय-सीमा के भीतर लक्ष्य प्राप्त करने पर जोर दिया गया। उन्होंने नगर परिषद और ग्रामीण विकास विभाग को नसबंदी और टीकाकरण के लिए आवारा कुत्तों को पकड़ने और छोड़ने में पशुपालन विभाग की सक्रिय रूप से मदद करने का निर्देश दिया गया है।
सभी संबंधित विभागों को अपने-अपने क्षेत्राधिकार में आवारा कुत्तों की संख्या और नसबंदी किए गए कुत्तों का सटीक डेटा संकलित करने और नियमित रूप से उसकी निगरानी करने का निर्देश दिया गया ।
आवारा कुत्तों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल (बनाने की संभावना तलाशने और बीमार या घायल कुत्तों के उपचार एवं पुनर्वास के लिए उचित व्यवस्था करने पर बल दिया गया है।
उपायुक्त ने कहा, "उच्चतम न्यायालय के आदेशों का सख्ती से पालन करना हमारी प्राथमिकता है। आवारा कुत्तों की समस्या के स्थायी समाधान के लिए सभी विभागों को मिलकर एक मानवीय और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना होगा।

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