*मंडी, 17 सितम्बर*
हिमाचल प्रदेश सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक "स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान" का शुभारंभ किया है। यह 15 दिवसीय कार्यक्रम राज्यभर में महिलाओं के लिए व्यापक स्वास्थ्य जांच, परामर्श और जागरूकता सत्रों के माध्यम से एक सशक्त समाज के निर्माण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
इस अवसर पर मंडी जिले में आयोजित समारोह की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपाली शर्मा ने की। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को महिला स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की शपथ दिलाई।
इस अभियान के तहत महिलाओं के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए 13 सेवा घटकों में मातृत्व देखभाल, टीकाकरण, पोषण, किशोर स्वास्थ्य, कैंसर और टीबी जांच, मानसिक स्वास्थ्य, एनसीडी स्क्रीनिंग, एबी-पीएमजेएवाई कार्ड वितरण और आयुष सेवाएँ शामिल हैं। स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटल पंजीकरण एसएनएसपी ऐप के माध्यम से सुनिश्चित किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत सभी आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में प्रतिदिन 100 महिलाओं की विशेषज्ञ जांच की जाएगी।
इसके साथ ही 19, 27 सितम्बर व 1 अक्टूबर को विशेष मातृत्व देखभाल, 5 वर्ष से कम आयु के छूटे व ज़ीरो डोज़ बच्चों के लिए टीकाकरण, किशोरियों के लिए एनीमिया जागरूकता, आईएफए सप्लीमेंट्स और मासिक धर्म स्वच्छता संबंधी परामर्श, महिलाओं को एबी-पीएमजेएवाई ई-कार्ड व वय वंदना कार्ड का वितरण, आभा आईडी पंजीकरण की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी।
इस मौके सीएमओ डॉ. दीपाली शर्मा ने कहा कि महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे पूरे परिवार पर असर पड़ता है। नियमित जांच और समय पर इलाज ही स्वस्थ समाज की नींव है।
इस दौरान डॉ. अरिंदम रॉय ने मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए टीकाकरण और चिकित्सकीय परामर्श को ज़रूरी बताया, वहीं डॉ. पवनेश ने सामुदायिक सहभागिता को किसी भी अभियान की सफलता का मूलमंत्र बताया।
यह पहल न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती है, बल्कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच और गुणवत्ता को नए आयाम दे रही है। हिमाचल प्रदेश सरकार का यह प्रयास निश्चित रूप से "नारी शक्ति को समर्पित" एक क्रांतिकारी कदम है।

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