कृष्णगिरी, 16 अगस्त 2025 — भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित संकल्प 2025 कार्यक्रम में, ओला इलेक्ट्रिक ने स्वदेशी रूप से विकसित इलेक्ट्रिक वाहन (EV) तकनीकों की पूरी श्रृंखला का अनावरण करके भारत के स्वच्छ mobilité क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई, जो प्रदूषण में कमी और ऊर्जा स्वायत्तता से जुड़े संभावित स्वास्थ्य लाभों की आशा जगाती है।
स्वदेशी नवाचार: 4680 भारत सेल और फेराइट मोटर
ओला ने 4680 भारत सेल पेश किया, जो भारत की पहली स्थानीय रूप से डिज़ाइन की गई लिथियम-आयन बैटरी है। इसमें 10% ऊर्जा घनत्व वृद्धि और 15 वर्षों तक की आयु का दावा किया गया है, और यह 80% चार्ज केवल 15 मिनट में पूरा कर सकती है। यह नवाचार, दुर्लभ पृथ्वी मुक्त फेराइट मोटर के साथ मिलकर आयात सामग्री पर निर्भरता कम कर सकता है, लागत घटा सकता है, और स्वच्छ वाहनों को अपनाने की गति बढ़ा सकता है, जिससे शहरी वायु गुणवत्ता में सुधार और सांस संबंधी रोगों के जोखिम में कमी आ सकती है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी भावीश अग्रवाल ने कहा, "सब कुछ भारत में कल्पना किया गया, इंजीनियर किया गया और बनाया गया। यह हमारा विजन है कि भारत की ऊर्जा स्वायत्तता सुनिश्चित की जाए और हमारा देश ऊर्जा और EV इकोसिस्टम में वैश्विक नेतृत्व करे।"
भारतीय सड़कों के लिए नई पीढ़ी के वाहन
कंपनी ने नई इलेक्ट्रिक स्कूटर मॉडल्स—S1 Pro Sport (₹1,49,999 से), S1 Pro+ (₹1,69,999), और Roadster X+ (₹1,89,999)—का परिचय कराया, जो सभी उन्नत भारत सेल तकनीक द्वारा संचालित हैं। स्वास्थ्य से जुड़े हितधारकों के लिए खास बात है डायमंडहेड इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल प्रोटोटाइप, जो 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार मात्र 2 सेकंड में पकड़ सकती है और 2027 में लॉन्च होने का लक्ष्य रखती है। घरेलू निर्माण और टिकाऊ तकनीकों पर जोर देकर, ओला की नवीनतम EV श्रृंखला स्थानीय प्रदूषण को कम कर स्वस्थ शहरी वातावरण को बढ़ावा दे सकती है।
AI संचालित सुरक्षा और सुलभता
ओला ने MoveOS 6 पेश किया, जो एक AI-संचालित ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसमें Adaptive Cruise Control, Front Collision Warning, और Lane Departure Warning जैसे 25 से अधिक फीचर हैं, और यह 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। बेहतर EV सुरक्षा फीचर्स दुर्घटना के जोखिम को कम कर सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।
बाजार परिप्रेक्ष्य और स्वास्थ्य प्रभाव
मौजूदा कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद — जुलाई में ओला की EV बाजार हिस्सेदारी 17.2% तक घट गई — विश्लेषकों का सुझाव है कि स्वदेशी स्वच्छ तकनीक यदि व्यापक रूप से अपनाई जाए, तो दीर्घकालिक वायु गुणवत्ता सुधार संभव है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ नियमित रूप से बताते हैं कि वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण में कमी अस्थमा, हृदय रोग और अन्य पुरानी बीमारियों की दर को कम करती है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल शैक्षिक और जानकारीपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। वायु गुणवत्ता, प्रदूषण या परिवहन से संबंधित स्वास्थ्य और भलाई के लिए कृपया स्वास्थ्य विशेषज्ञों से परामर्श करें।
संदर्भ: जानकारी Economic Times, वाहन डेटा और संकल्प 2025 प्रेस सामग्री से संकलित।

0 Comments