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राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने बदल दिया मझेड के नौनिहाल का जीवन

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉ प्रवीण चौधरी द्वारा बताया गया  कि
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही  योजना राष्ट्रीय बाल  स्वास्थ्य
कार्यक्रम के तहत जिला हमीरपुर में जन्म से लेकर 18 साल तक के बच्चों की
जांच और इलाज मुफ्त में किया जाता है इसके तहत नवजात शिशुओं की जांच आयु
(0-6 हफ्ते ),  6 हफ्ते से लेकर 6 साल तक के बच्चों की जांच आंगनवाड़ियों
में तथा राष्ट्रीय बाल  स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूलों और आशा
कार्यकर्ता को शामिल किया जाता है l

                   जिला हमीरपुर में इस कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय
बाल  स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम  द्वारा स्कूलों में और अंगनवाडीयों में
बच्चों के  स्वास्थ्य की जाँच की जाती है  और  लक्षण पाए जाने पर
आरबीएसके  की टीम उन्हें आगे बड़े अस्पताल में भेजती है l जिसमें एक बच्चा
राष्ट्रीय बाल  स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम  द्वारा ब्लाक बड़सर के
आंगनवाड़ी मझेड से  जिला प्रारम्भिक हस्तक्षेप केंद्र (DEIC) हमीरपुर भेजा
गया वहां पर  इस बच्चे  का  जन्मजात बधिरता (कान से सुनाई न देना) का
निदान किया गया। सभी आवश्यक जांचों के बाद, मामला आईजीएमसी शिमला को भेजा
गया, जहाँ कॉक्लियर इम्प्लांट (श्रवण यंत्र प्रत्यारोपण) की सिफारिश की
गई। आरबीएसके के तहत ₹5.20 लाख का वित्तीय पैकेज इस प्रक्रिया के लिए
स्वीकृत किया गया । सभी चिकित्सीय मूल्यांकनों और मेडिकल क्लियरेंस पूर्ण
होने के बाद, कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी 12-06-2025 को आरबीएसके के
अंतर्गत सफलतापूर्वक की गई।

                  इस योजना के तहत इस बच्चे का सफलतापूर्वक ऑपरेशन  किया
गया अब यह बच्चा अच्छे से सुन पायेगा इसकी फ्री सर्जरी हुयी है l
आरबीएसके  के तहत कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी सिर्फ 2 साल तक के  बच्चों
की होती है l बाकी आरबीएसके  के तहत 30 बीमारियों का फ्री इलाज 0 से 18
साल तक के बच्चों का होता है  इसलिए सभी लोग इस योजना का लाभ उठाएं l

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