बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर जितेंद्र सैणी ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों से इस अधिनियम के बारे में व्यापक जागरूकता फैलाने का आह्वान किया। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के फ्रंटलाइन वर्करोंकृ आंगनबाड़ी और आशा वर्करों से आपसी तालमेल के साथ आम जनता को इस अधिनियम के महत्व और उल्लंघन पर होने वाले दंड व जुर्माने की जानकारी देने की अपील की।पुलिस विभाग से उपस्थित सब-इंस्पेक्टर अविनाश कटीच ने इस एक्ट के उल्लंघन की स्थिति में लागू होने वाली सजा और दंडात्मक प्रावधानों की विस्तृत जानकारी साझा की।
कार्यशाला के समापन पर डॉ पियूष वैद्य ने स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में इस अधिनियम के प्रति जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए और सफल आयोजन के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर का धन्यवाद किया। इस कार्यशाला में एसएमओ डॉ मनोज सक्सेना, डॉ अमित, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील कुमार, संकल्प हब कार्यालय से जिला कार्यक्रम अधिकारी मंडी धनीराम वालिया और बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर कार्यालय के कनिष्ठ सहायक नरेश कुमार विशेष रूप से मौजूद रहे।

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