इस अवसर पर उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आंखों के बारे में विशेष सावधानियां बरतने की अपील की तथा नेत्रदान करने की शपथ भी दिलवाई।
कार्यक्रम के दौरान जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बीरबल वर्मा ने नेत्रदान पखवाड़े के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कॉर्निया संबंधी अंधता को कॉर्निया प्रत्यारोपण से ठीक किया जा सकता है। इसलिए, हम सबको नेत्रदान के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत में लाखों लोग नेत्रहीन हैं। इसके अलावा विभिन्न कारणों से हर वर्ष 25 से 30 हजार लोग अपनी आंखों की रोशनी गवा देते हैं। हमारे द्वारा किया गया नेत्रदान किसी नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन में रोशनी ला सकता है। बीरबल वर्मा ने बताया कि किसी भी उम्र का व्यक्ति चाहे नजर का चश्मा लगा हो या आंखों का आपरेशन करवाया हो या दैहिक रोग से पीड़ित हो, सभी अपनी आंखें दान कर सकते हैं। इसमें कोई खर्चा नहीं आता है। यह एक निशुल्क सेवा है।

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